बिहार और दिल्ली में मिली हार के बाद अब असम, बंगाल, तमिलनाडु पुडुचेरी और केरल सहित पांच राज्यों में बीजेपी के अच्छे दिन आए हैं. असम में 75 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार करने वाली बीजेपी असम में इतिहास रचने की ओर अग्रसर है जहां पूर्वोत्तर के किसी राज्य में पहली बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी ने पिछले तीन बार से असम की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को हराते हुए पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार माने जाने वाले राज्य असम में सत्ता हासिल कर ली है.
असम की कुल 126 विधानसभा सीटों के रुझान आ चुके हैं. जिनमें बीजेपी 75, कांग्रेस+ 31 बरुद्दीन अजमल की पार्टी AIUDF के हिस्से 14 और अन्य के खाते में 8 सीटें जा रही हैं.
असम में मिली जीत के बाद बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा, ”हम असम की जनता का तहे-दिल से शुक्रिया अदा करते हैं. उन्होंने हमे अपनी सेवा का अवसर दिया. पार्टी राज्य के विकास के लिए हर संभव काम करेगी.”
बीजेपी के लिए क्यों अहम है ये जीत?
असम जीत देश के 9 राज्यों में बीजेपी की सरकार होगी.देश की करीब 33 फीसदी आबादी में अभी बीजेपी की सरकार है. असम जीत कर यह आंकड़ा 36 फीसदी आबादी का हो जाएगा. अभी इन पांच राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव हुए हैं वहां बीजेपी की सरकार नहीं थी. असम से ही बीजेपी को सिर्फ उम्मीद थी इस उम्मीद पर पार्टी खरी उतरी है. 2015 में बीजेपी दिल्ली और बिहार का विधानसभा चुनाव हारी चुकी है. ये जीत अगले साल होने वाले पंजाब और यूपी चुनाव में बीजेपी के लिए सकरात्मक साबित होगी.
2011 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 78 सीट मिली थी, बीजेपी के पास 5 सीटें थीं, एआईयूडीएफ को 18 और अन्य
को 25 सीटें मिली थीं.