वरिष्ठ पत्रकार एम. जे. अकबर ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। मोदी कैबिनेट में फेरबदल के मद्देनजर अकबर की शाह से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी केन्द्र में नजमा हेपतुल्ला की जगह अकबर को मंत्री बना सकती है। अभी मोदी सरकार में सिर्फ दो मुस्लिम चेहरे हैं- नजमा हेपतुल्ला और मुख्तार अब्बास नकवी। कभी कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले अकबर पहले मोदी के विरोधी हुआ करते थे। 2002 दंगों के बाद एक अखबार के संपादकीय में उन्होंने नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से की थी। उन्होंने लिखा था, ”मोदी वे नेता है जो यह मानते हैं कि एक शत्रु के खिलाफ लड़कर वे बड़े पैमाने पर लोगों का भला कर रहे हैं। हिटलर के मामले में दुश्मन यहूदी थे, मोदी के मामले में दुश्मन मुस्लिम हैं।” अकबर मशहूर पत्रकार रहे हैं, हर पार्टी में उनके संबंध है। भाजपा ने जब 2014 में उन्हें पार्टी में शामिल किया तो प्रवक्ता पद का कार्यभार सौंपा। अब पार्टी उनके जरिए मोदी कैबिनेट का धार्मिक बैलेंस बनाए रखना चाहती है। सरकार ने मंगलवार सुबह 11 बजे का समय नए मंत्रियों की शपथ के लिए तय किया है। अकबर जब भाजपा में शामिल हुए तो उन्होंने कहा था, ”पिछले 10 सालों में मोदी के अलावा किसी राजनेता की इतनी जांच नहीं हुई। केन्द्र सरकार, सीबीआई, अदालत द्वारा नियुक्त संस्थाओं और वे सब जो इस मुद्दे को हमेशा उठाते रहते हैं, मैं उसने कहना चाहता हूं कि जस्टिस कृष्णा की रिपोर्ट पढ़ लें।”
अकबर के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी शाह से सोमवार को मुलाकात की है। सूत्रों के अनुसार, इनमें से कई को कैबिनेट में तो कुछ को संगठन में जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।