प्रधानमंत्री बोले मीडिया में सरकार का दखल ना हो- आत्मनियंत्रण की व्यवस्था ही सही हैं

प्रधानमंत्री बोले मीडिया में सरकार का दखल ना हो- आत्मनियंत्रण की व्यवस्था ही सही हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रेस काउंसिल के एक कार्यक्रम में बोला कि मीडिया में सरकार का दखल नहीं होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया में आत्मनियंत्रण की व्यवस्था सही है। पीएम मोदी ने कहा, ‘अभिव्यक्ति की आजादी बनी रहनी चाहिए। गलतियों से मीडिया का मूल्यांकन नहीं होना चाहिए। मीडिया ने समाज में जागरूकता फैलाई है। इसने स्वच्छता अभियान में भी अहम भूमिका निभाई है। इमरजेंस के दौरान प्रेस की आवाज को दबाया गया था, लेकिन मोरारजी भाई के पीएम बनने के बाद चीजें सही हो गई थीं। सरकार और मीडिया दोनों को ही बदलाव लाना होगा। तंदुरुस्त स्पर्धा समाज के विकास के लिए बहुत जरुरी है। पत्रकारों की मौत हो रही है, क्योंकि वे सच दिखाने की कोशिश करते हैं, यह और भी ज्यादा गंभीर है।


पीएम मोदी बोले, ‘प्रेस काउंसिल को 50 साल पूरे हो रहे हैं। बीच में एक कालखंड ऐसा भी आया था, जब प्रेस काउंसिल को खत्म कर दिया गया था। यह स्वतंत्र व्यवस्था है। यह व्यवस्था ज्यादात्तर तो इस क्षेत्र की स्वतंत्रता बनाए रखना, अभिव्यक्ति की आजादी को बरकरार रखना और कभी कोई तकलीफ आए तो खुद बैठकर सुलझाना, खुद ही इसमें बदलाव लाते रहना चाहिए। पुराने युग में इतनी चुनौतियां नहीं थी, जो अब है। पहले पत्रकारों के पास सोचने के लिए समय रहता था, जब वो अपना रिपोर्ट फाइल करके शाम को घर लौटते थे तब भी दिमाग में रहता था कि मैंने आज रिपोर्ट फाइल की थी, कल छपकर आएगी। ये शब्द सही नहीं रहेगा। लिखने के बाद सुबह छपने तक उसके मन पर एक दबाव रहता था, चिंता रहती थी कि जो मैं रिपोर्ट करके आया हूं, जो लिखकर आया हूं उसके क्या क्या प्रभाव होंगे। मेरा शब्द सही था या नहीं। उसमें सुधार के लिए कोशिश भी करता था। आज के पत्रकारों के पास यह अवसर ही नहीं है। इतनी तेज गति से उसे दौड़ना पड़ रहा है। खबरों की भी स्पर्धा है। ऐसे में उसके सामने बड़ा संकट रहता है कि जो बोलने वालों के लिए जो बोलना था बोल दिया, दिखाने वालों के लिए दिखा दिया। इतना तेजी से बदलाव आया है। इस स्थिति में इस प्रकार के संस्थान कैसे इन सब कठिनााइयों को दूर करें सोचना होगा।