बेहद सुरक्षित मानी जाने वाली राजधानी ट्रेन के एसी कोचों में अब तक की सबसे बड़ी चोरी की खबर है। मुंबई से दिल्ली आ रही अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस के सात डिब्बों में चोरों ने करीब 20 यात्रियों की लाखों की नकदी, जूलरी, घड़ियों और मोबाइल पर हाथ साफ कर दिया। ट्रेन के दिल्ली पहुंचने पर केस दर्ज किया गया।
डीसीपी (रेलवे) परवेज अहमद के मुताबिक, कोच नंबर 3, 5, 6, 7, 10, 11 और ए-1 में रतलाम और कोटा के बीच मंगलवार-बुधवार की रात वारदात हुई। यात्रियों को अपने खाली बैग और पर्स ट्रेन के अंदर पैंट्री कार, अवन, बाथरूम जैसी जगहों पर मिले। हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन जीआरपी थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है। इसे रतलाम जीआरपी को भेजा जाएगा। कुछ यात्रियों के मुताबिक, इसी ट्रेन में एक-दो दिन पहले भी चोरी हुई थी, लेकिन घटना को दबा दिया गया। शुरुआती जांच में सबसे बड़ी कमी ट्रेन में चल रहे सुरक्षाकर्मियों और टीटीई की लग रही है।
ट्रेन स्टाफ भी शक के घेरे में
जिस तरह चोरी हुई, उससे लगता है कि चोर ट्रेन के नक्शे से वाकिफ थे। ऐसे में शक की सुई ट्रेन के सफाई स्टाफ से लेकर कैटरिंग और बेड रोल स्टाफ की ओर भी घूम रही है। सफर करने वाले अन्य कर्मचारियों पर भी शक है।
रेकी, बेहोश करने की आशंका
जिस तरह सात कोचों को निशाना बनाया गया, उससे लगता है कि चोरों ने ट्रेन की रेकी की थी। जिस कोच में लगा कि यात्री नींद में हैं, उन्हीं को निशाना बनाया गया। यात्रियों को कुछ सुंघाकर बेहोश करने का भी शक है।