रेलवे ने महाराष्ट्र से भाजपा सांसद पूनम महाजन को बीना से भोपाल पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन दौड़ा दी। पूनम को भोपाल एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ना थी, इसलिए दो डिब्बों की स्पेशल ट्रेन आनन-फानन में चलाई गई। जबकि, रेलवे के नियमों के अनुसार किसी सांसद के लिए स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई जा सकती।
उनकी स्पेशल ट्रेन 1 घंटे 50 मिनट में भोपाल पहुंच गई। देरी न हो इसलिए कुछ ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया था। बीना मंगलवार को आरओबी के शिलान्यास के मौके पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के साथ दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन की बेटी व सांसद पूनम महाजन भी थीं।
पूनम को रात 9:30 बजे के करीब भोपाल एयर पोर्ट पोर्ट से फ्लाइट से रवाना होना था। कार्यक्रम देर होने की वजह से उन्हें बीना में ही 7 बज गए थे। उन्हें एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए बीना से दो डिब्बों की स्पेशल ट्रेन शाम 7 बजे चलाई गई। इस ट्रेन में पश्चिम मध्य रेल के मुख्य सुरक्षा आयुक्त के सैलून के साथ एसी 2 का एक कोच लगाया गया था। ट्रेन को भोपाल जल्दी पहुंचाना था, इसलिए कुछ ट्रेनों को रोका गया।
हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस को सूखी सेवनिया स्टेशन में आऊटर पर रोका गया। पानी नहीं मिलने पर यात्रियों ने हंगामा किया। कुछ यात्रियों ने टि्वटर पर रेल मंत्री से इसकी शिकायत भी की है। सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम के लिए जबलपुर के अधिकारियों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन बीना आई थी।
इसी ट्रेन के आगे के दो कोच काटकर स्पेशल ट्रेन के तौर पर भोपाल के लिए चलाया गया। ट्रेन भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर आई थी। यहां से वे आरपीएफ के कुछ अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट गईं। इस संबंध में डीआरएम आलोक कुमार से बात करने के कोशिश की गई तो उन्होंने फोन और एसएमएस पर कोई जवाब नहीं दिया।
स्पेशल ट्रेन अधिकारियों को लेकर भोपाल से बीना तक आई थी। उसमें कुछ डिब्बे काटकर भोपाल रवाना करने की जानकारी हमे नहीं है। सुरेन्द्र यादव, सीपीआरओ, पश्चिम मध्य रेल
सैलून किसी अधिकारी का नहीं, बल्कि रेलवे का होता है। सैलून तो ट्रेन में लगते हैं, यह स्पेशल ट्रेन थी। स्पेशल ट्रेन चलाने के नियम क्या हैं, यह आप रेलवे की नियमावली में देख सकते हैं। आरके मलिक, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, पश्चिम मध्य रेल