सेंट्रल जेल भोपाल में रक्षाबंधन के दिन बंदियों से मुलाकात के लिए आए दो बच्चों के चेहरे पर सील लगाए जाने की घटना में महिला प्रहरी रोशनी राजपूत को निलंबित कर दिया गया है। जेल मुख्यालय द्वारा कराई गई जांच में प्रहरी को प्राथमिक रूप से दोषी पाया गया है।
महिला प्रहरी ने मुलाकात करने पहुंची दूसरी महिला व बच्चियों के हाथ पर सील लगाई थी। नवदुनिया द्वारा 8 अगस्त को प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया गया था। इसके बाद सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार आयोग, बाल आयोग सहित देश भी में इस अमानवीय कृत्य की आलोचना की गई थी। आयोग ने जुल मुख्यालय से रिपोर्ट भी मांगी है।
डीआईजी जेल संजय पांडे ने बताया कि मुलाकातियों की भीड़ के कारण जेल के बंदियों व कैदियों के बाहर निकलने की आशंका रहती है। इसके चलते पहचान के लिए महिला प्रहरी ने ये निशान लगाकर लोगों को जेल में प्रवेश दिया था।