मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में आज शाही स्नान के साथ ही श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। सिंहस्थ उज्जैन में आने वाला प्रत्येक भक्त महाकाल के दर्शन का इच्छुक था। प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यापक व्यवस्थाएँ एवं जिला प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं कें कारण प्रत्येक श्रद्धालु अधिकतम 30 से 35 मिनट में महाकाल भगवान के दर्शन कर रहा था।
महाकाल परिसर में पुलिस एवं सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होने के कारण प्रत्येक श्रद्धालु को आसानी से दर्शन हो रहे थे।
आस्था, धर्म, श्रद्धा एवं भक्ति का समागम यहाँ देखने को मिल रहा है। मुंबई से आये श्री गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में स्नान के बाद भगवान महाकाल के दर्शन करके जीवन धन्य हो गया। राजस्थान के झुंझुनू जिले की सुश्री कविता एवं पिपलानी जिले के श्री मणिसेन और श्री रामावतार ने कहा कि वे अक्षय तृतीया के पर्व पर स्नान करने के लिए 5 दिन पहले ही उज्जैन आ गये थे। महाकाल भगवान के दर्शन करने की उत्कट इच्छा थी, आज महाकाल भगवान के दर्शन कर जीवन पवित्र हो गया। बिहार के रोहतास जिले से आये सर्वश्री रविन्द्र सिंह, दिलीप कुमार, धनंजय पांडे ने बताया कि वे अपने परिवार सहित 20 अन्य लोग के साथ उज्जैन आये हैं। आज मोक्षदायिनी क्षिप्रा स्नान के बाद काफी भीड़ होने पर भी बड़ी सरलता से महाकाल के दर्शन हुए। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले से आये श्री ओमप्रकाश गुप्ता एवं श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि वे अपने परिवार के साथ दो दिन पूर्व ही उज्जैन आये हैं, आज अक्षय तृतीया पर्व में स्नान कर कालों के काल महाकाल के दर्शन किये है।