उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान की सामान्य परिषद की बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में शिक्षक-विद्यार्थी अनुपात अन्य कॉलेज की तुलना में बेहतर है। इसके बाद भी यदि प्राध्यापक ड्यूटी करने में कोताही करेंगे तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात उत्कृष्टता संस्थान की सामान्य परिषद् की बैठक में कही।
श्री गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों से फीस ऑनलाइन ली जाये। चेक से कोई पेमेन्ट नहीं लें। उन्होंने कहा कि रिजल्ट चाहिए। पत्र व्यवहार कम, काम अधिक करें। श्री गुप्ता ने कहा कि कॉमर्स के विद्यार्थियों से संस्थान के लेखा का कार्य करवायें। इससे उनका प्रेक्टिकल नॉलेज बढ़ेगा। उन्होंने लेखापाल लालाराम रायकवार के विरुद्ध लंबित जाँच एक माह में पूरी करने के निर्देश दिये। श्री गुप्ता ने कहा कि वित्तीय प्रबंधन बेहतर करें।
श्री गुप्ता ने पिछली बैठक का पालन प्रतिवेदन फिर से बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के रिजल्ट का विश्लेषण करें। इसमें जो कमी मिले उसे पूरा करवायें। पी-एच.डी. शुल्क बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। अब 17 हजार 100 रुपये शुल्क लगेगा। विकास शुल्क बढ़ाने के संबंध में भी चर्चा हुई। मानसेवी कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि और मेरिट स्कालरशिप को मेरिट अवार्ड में परिवर्तित करने के संबंध में भी चर्चा हुई।
संस्थान के संचालक डॉ. एम.एल.नाथ ने बताया कि 334 विद्यार्थी का विभिन्न कंपनी में प्लेसमेंट हुआ है। संस्थान को नेशनल नॉलेज नेटवर्क से भी जोड़ा गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री आशीष उपाध्याय, अपर संचालक श्री उमाकांत पाण्डेय एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।