साध्वी प्रज्ञा की जिद सिहंस्थ स्नान को लेकर अड़ीं, अनशन पर बैठी, तबियत बिगड़ी

साध्वी प्रज्ञा की जिद सिहंस्थ स्नान को लेकर अड़ीं, अनशन पर बैठी, तबियत बिगड़ी

भोपाल।2008 मालेगांव बम ब्लास्ट में पिछले दिनों क्लिन चिट मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने अपने तेवर दिखाए हैं। सिंहस्थ स्नान में जाने की जिद पर अड़ीं साध्वी ने पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार ने उन्हें अनुमति नहीं दी, तो वे 21 मई को जल समाधि ले लेंगी। कैंसर से लड़ रहे प्रज्ञा ने दवाइयां खाने से भी इनकार कर दिया है, इससे उनकी तबियत बिगड़ गई हैं। गृह मंत्री इस मामले में क्यों हो गए मौन...?
-साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिलने के बाद से माना जा रहा है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सॉफ्ट कॉर्नर उनके पार्टी बढ़ा है।
-यही वजह है कि जब उनके अनशन के मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर से जब पूछा गया कि सरकार क्या करेगी, तो विवादों से बचने के लिए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया ।
-गौरतलब है कि साध्वी लगभग सात सालों से जेल में बंद हैं, लेकिन कैंसर के इलाज के लिए कोर्ट ने उन्हें अस्पताल में रहने की अनुमति दी है।
-साध्वी प्रज्ञा ने रविवार को पत्र लिखकर शिवराज सरकार से उज्जैन में चल रहे सिहंस्थ में शामिल होने की अनुमति मांगी थी।
-पत्र में उन्होंने यह भी लिखा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन करेंगी।

प्रज्ञा ने पत्र में किए ये प्रमुख सवाल-
-पत्र में लिखा है कि मैं अन्न जल त्याग दूंगी और मुझे कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार की होगी।
-पत्र में उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि मेरे साथ पहले एसएएफ का बल रहता था लेकिन वो भी हटा दिया गया है ऐसे में मेरी जान को खतरा है।
-प्रज्ञा ठाकुर ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और सवाल पूछा कि जब देवास जिला कोर्ट ने उज्जैन जाने की अनुमति दे दी है, तो फिर सुरक्षा का हवाला देकर सरकार कोर्ट की अवमानना क्यों कर रही है।
-साध्वी प्रज्ञा की चिट्ठी उनके सबसे विश्वसनीय भगवान झा लेकर पहुंचे थे। जेल अधीक्षक ने भगवान झा को आश्वासन दिया के वह मामले को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे।
-भगवान झा ने कहा कि सरकार के पास पुलिस बल की कोई कमी नहीं है इसलिए साध्वी की सिंहस्थ यात्रा सुनिश्चित करा दी जाए नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे।

स्टेट गर्वनमेंट के अलावा प्रेसिडेंट को भी लिखा है लेटर
-साध्वी प्रज्ञा सिंह ने राज्य सरकार सहित राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी ये चिट्ठी भेजी है।
-साध्वी ने लिखा था कि यदि उन्हें सिहंस्थ में शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई तो वह आमरण अनशन करेगी।
-इसके लिए साध्वी ने सोमवार सुबह 9 बजे तक का समय दिया था। मांग पूरी नहीं होने के कारण साध्वी अपने कुछ समर्थकों के साथ अस्पताल परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गई हैं।
--गौरतलब है कि एनआईए ने हाल ही में अपनी पूरक चार्जशीट में मालेगांव ब्लास्ट में प्रज्ञा सिंह को क्लीन चिट दी गई है।

यह प्रज्ञा की अंतिम इच्छा है
'प्रज्ञा ठाकुर के वकील ने जेल अधीक्षक को यह पत्र दिया जिसकी कॉपी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, मानव अधिकार आयोग, महिला आयोग को भेजी है। पत्र में कहा गया कि जब कोर्ट ने कुंभ स्नान की अनुमति दे दी है तो फिर क्यों सरकार उन्हें जाने से रोक रही है? प्रज्ञा ठाकुर ने लिखा कि वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और शायद अगला कुंभ न देख पाएं इसलिए उनकी अंतिम इच्छा है कि वे उज्जैन कुंभ मे जाएं