महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा है कि हर संभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शौर्या दल को सम्मानित किया जायेगा। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रुपये दिये जायेंगे। यह सम्मान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हर वर्ष दिया जायेगा। श्रीमती सिंह आज रानी दुर्गावती बलिदान दिवस पर शौर्या दल के राज्य-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि जब भी समाज में सकारात्मक बदलाव का इतिहास लिखा जायेगा, उसमें शौर्या दल का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। उन्होंने कहा कि शौर्या दल गाँव-गाँव में जो काम कर रहे हैं, उससे लोगों की सोच में तो परिवर्तन हो रहा है, वहीं सामाजिक कुरीतियों और बुराइयों पर भी अंकुश लगा है। सामाजिक कार्यों में शौर्या दल बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने सिंहस्थ में शौर्या दल की भूमिका का उल्लेख किया और कहा कि दल का सदस्य हर मौके पर हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वैचारिक महाकुंभ और सिंहस्थ में पूरी सक्रियता के साथ काम करने पर शौर्या दल के सदस्यों को बधाई दी।
महिला-बाल विकास मंत्री ने कहा कि शौर्या दल के सामने एक बड़ी चुनौती है। इसका सामना करने के लिये दल के सदस्यों को पूरी दृढ़ इच्छा-शक्ति और धैर्य के साथ काम करना होगा। महिलाओं और बच्चों के मुद्दे पर समाज में संवेदनशीलता लाना है। उन्होंने कहा कि दल के सदस्य रानी दुर्गावती को अपना आदर्श बनायें, जिन्होंने संघर्ष करते हुए हर चुनौती का सामना किया और विजय पायी।
प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने का काम शौर्या दल के सदस्य चुनौती के रूप में लें। अनुसूचित-जाति, जनजाति क्षेत्रों में विशेष ध्यान दें जहाँ सर्वाधिक जागरूकता की आवश्यकता है।
आयुक्त एकीकृत बाल विकास श्रीमती पुष्पलता सिंह एवं आयुक्त महिला सशक्तीकरण श्रीमती जयश्री कियावत ने विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। एक्शन एड की श्रीमती सारिका सिन्हा ने भी सम्बोधित किया।
महिला-बाल विकास मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले शौर्या दल और उनके गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली श्रीमती रचना बुधोलिया, श्रीमती टिनी पांडे और श्री दीपक संकत सहित अधिकारी और कर्मचारियों को सम्मानित किया।
इस मौके पर शौर्या दल के सदस्यों के लिये बनायी गयी प्रशिक्षण मार्गदर्शिका और ब्रोशर का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में सिंहस्थ में शौर्या दल के सदस्यों द्वारा किये गये कार्यों पर केन्द्रित फिल्म और नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन भी हुआ।