मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर जरूरतमंद को बेहतर इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। गरीबों की मदद करने के लिये मुख्यमंत्री सहायता कोष का बजट 2 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ किया गया है। श्री चौहान आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा, केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ ग्वालियर में जया आरोग्य चिकित्सालय परिसर में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना में 150 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक निर्माण का शिलान्यास कर रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ग्वालियर में 45 करोड़ की लागत से राज्य-स्तरीय केंसर उपचार यूनिट स्थापित करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री की सहायता से अब नेहा सुन सकती है
समारोह में आज उस समय भावुक क्षण आया, जब 5 वर्षीय नेहा के दिहाड़ी श्रमिक माता-पिता अपनी बच्ची को लेकर मंच पर पहुँचे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया कि नेहा आपके द्वारा मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में उपलब्ध करवायी गयी सहायता से अब सुन सकती है। दरअसल कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान को एक टी.व्ही. चेनल के जरिये यह पता चला था कि ग्वालियर के फालका बाजार निवासी दिहाड़ी श्रमिक श्री सोनू प्रजापति की बालिका बोलने और सुनने में असमर्थ है। मुख्यमंत्री ने तत्काल फोन पर ग्वालियर कलेक्टर को नेहा का पता लगाकर उसे आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। नेहा के कान का ऑपरेशन भोपाल के दिव्य एडवासं ई एण्ड टी क्लीनिक में हुआ, जिस पर 5 लाख 20 हजार रुपये का खर्च आया। उसके कान में कॉक्लियर इम्पलांट लगाया गया। इससे अब नेहा को सुनाई पड़ने लगा है। मुख्यमंत्री से मंच पर मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना एवं राज्य बीमारी सहायता-निधि से लाभान्वित मरीजों ने मुलाकात कर उनका आभार जताया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आयी है। आज लोगों को हर बीमारी के इलाज की सुविधा प्रदेश में मिल रही है। शासकीय अस्पतालों में रोगियों को नि:शुल्क दवा वितरण और आवश्यक जाँच की सुविधा मिल रही है। उन्होंने बताया कि राज्य बीमारी सहायता-निधि, मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार और मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को गंभीर बीमारी होने पर नि:शुल्क इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का एक ही मूल मंत्र है कि राज्य के हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरतें पूरी हों।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि सरकार के प्रयासों से संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण पाने में सफलता मिली है। उन्होंने बताय कि केंसर जैसी गंभीर बीमारी पर नियंत्रण के लिये देश में 50 केंसर यूनिट भारत सरकार द्वारा स्थापित की जा रही हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार के मिशन इन्द्रधनुष के तहत सफल टीकाकरण की सराहना करते हुए कहा कि इस मामले में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। यहाँ टीकाकरण में 5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इससे मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी आयी है। उन्होंने कुपोषण से मुक्ति के लिये चलायी जा रही स्नेह सरोकार योजना की भी सराहना की।
केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण से ग्वालियर-चंबल अंचल के लोगों को गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना की कि वे गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम, स्वास्थ्य सुविधाओं और अधोसंरचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकालकर विकसित राज्यों की श्रेणी में लाये हैं।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि नि:शुल्क औषधि वितरण योजना में 5 लाख लोगों को नि:शुल्क दवाएँ और 50 हजार मरीजों की नि:शुल्क जाँच की गयी है। शासकीय अस्पतालों में हर दिन 75 हजार मरीज को नि:शुल्क भोजन दिया जाता है। डायलिसिस और केंसर सिकाई की सुविधाएँ नि:शुल्क उपलब्ध करवायी जा रही हैं।
समारोह में महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक सर्वश्री जयभान सिंह पवैया, नारायण सिंह कुशवाहा और भारत सिंह कुशवाहा भी उपस्थित थे।