राज्य स्तरीय स्वरोजगार सम्मेलन का उद्घाटन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया। इसमें ऋण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस सम्मेलन में वर्ष 2015-16 के मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के 1500 हितग्राहियों को बुलाया गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत डिजिटल बुक के लोकापर्ण के साथ हुई। समारोह में सीएम सहित मंत्री माया सिंह, ललिता यादव, संजय पाठक और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और केंद्र की स्टार्टअप योजना को मिला कर इस वर्ष 10,000 युवा को उद्योग लगाने के लिए एक करोड़ रुपये तक ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में ऋण राशि 20 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए की जाएगी।
मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में भी ऋण की सीमा अब 50 हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक की जाएगी। मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के हितग्राही को गारंटी कार्ड उपलब्ध करवाया जाएगा। स्वंय की भूमि पर उद्योग स्थापित करने वाले युवा उद्यमियों के लिये डायवर्सन प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। प्रदेश की हर पंचायत में कम से कम एक लघु उद्योग स्थापित किया जाएगा। युवा उद्यमियों के लिये प्रशिक्षण और विपणन की सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जाएगी। प्रदेश में लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछाकर बेरोजगारी को समाप्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं से आव्हान किया कि वे रोजगार मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि जो उद्यम करता है वही सफलता प्राप्त करता है। प्रदेश में पिछले वर्ष 71 हजार युवा को ऋण उपलब्ध करवाया गया है। जिन्होंने अपने छोटे उद्योगों में अनेक लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि युवा अपने सपनों को साकार करें और देश तथा प्रदेश की सफलता में सहयोग करें। जूनून, जिद और ज़ज्बे से अपने सपने को पूरा करें उनकी राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाएगा।