मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता ही मेरी जिंदगी और मेरा भगवान है। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी का मकसद जनता की जिंदगी में समृद्धि और खुशहाली लाना है। उन्होंने कहा कि जनता अगर खुशहाल है तो मेरा मुख्यमंत्री होना सार्थक हो जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उमरिया जिले के चंदिया में जनदर्शन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चंदिया का सर्वांगीण विकास किया जायेगा। चंदिया मेरे दिल के पास है। मैं चंदिया के नागरिकों के प्यार को सलाम करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदिया के विकास में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जायेगी। चंदिया का समुचित विकास किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने चंदिया में गरीब और कमजोर तबके के 250 लोगों के आवास निर्माण के लिये 12 करोड़ की राशि देने की घोषणा की। वहीं चंदिया नगर परिषद क्षेत्र में आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नगर परिषद चंदिया के सड़कों के विस्तार एवं जीर्णोद्धार के लिये 5 करोड़ 65 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में अब किसी भी व्यक्ति को बगैर जमीन के टुकड़े के नहीं रहने दिया जायेगा। अभियान चलाकर वर्षों से काबिज परिवारों को भू-अधिकार पत्रों का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में गरीब कल्याण एजेंडा शीघ्र लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा नारा रोटी, कपड़ा और मकान और स्व-रोजगार है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को समूची स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया करवायी जा रही हैं। चिकित्सालयों में नि:शुल्क दवाइयाँ, जाँच और संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिये जननी एक्सप्रेस जैसी अभिनव योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। बीमारी सहायता योजना में अब कलेक्टर और कमिश्नर को गरीब और कमजोर तबके के मरीजों के उपचार के लिये 2 लाख तक की राशि स्वीकृत करने के अधिकार दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जहाँ अधोसंरचना विकास के लिये पुल-पुलियों, अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जायेगा, वहीं बच्चों के भविष्य को भी सँवारा जायगा। सरकार अनुसूचित-जाति, जनजाति, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिये समूची सुविधाएँ मुहैया करवा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अब तय किया गया है कि गरीब तबके के सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी सरकार छात्रवृत्ति मुहैया करवायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी, आईआईएम, मेडिकल और इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने वाले गरीब और कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं की फीस अब मध्यप्रदेश सरकार भरेगी। जनदर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।